10 अप्रैल 2025 को बिहार में आई तेज आंधी और बारिश ने भारी तबाही मचाई। इस दौरान वज्रपात की चपेट में आने से राज्य भर में कुल 61 लोगों की मौत हो गई है। इनमें से सबसे अधिक 23 मौतें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में हुई हैं।
सरकारी सहायता:
राज्य सरकार ने इस दुखद घटना पर संवेदना जताते हुए सभी मृतकों के परिजनों को 24 घंटे के भीतर चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का निर्देश दिया है। जिला प्रशासन को इस दिशा में त्वरित कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार:
10 अप्रैल को चली तेज आंधी और भारी वर्षा के कारण कई जिलों में मकान और पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आई हैं। इसके चलते कई लोगों की मौत हुई है। वहीं वज्रपात से भी कई जिलों में जानमाल का नुकसान हुआ है।
जिलावार मौतों का आंकड़ा इस प्रकार है:
- नालंदा: 23
- भोजपुर: 6
- गया, पटना, शेखपुरा: 4-4
- सीवान: 4
- जमुई: 3
- जहानाबाद: 2
- गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, अरवल, दरभंगा, बेगूसराय, सहरसा, कटिहार, लखीसराय, मुंगेर, नवादा, भागलपुर: 1-1
मौत का कारण:
- आंधी-तूफान के कारण: 39 मौतें
- वज्रपात की चपेट में आकर: 22 मौतें
सरकार ने इस आपदा में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाने के निर्देश दिए हैं।